आस पास है फिर भी एक एहसास है जिन्दगी…..

किसी ने न समझा कि क्या है जिन्दगी, आस पास है फिर भी एक एहसास है जिन्दगी,   उदासी के पल  के बाद खुशियों की सौगात है जिन्दगी।                                                       कभी खामोशी तो कभी आवाज़ है ज़िन्दगी ,  विश्वास हो अपनों का तो लगती खास है ज़िन्दगी,  सफ़र अकेला है तो वीरान है ज़िन्दगी,। 

किसी ने न समझा क्या है ज़िन्दगी,आस पास है पर एहसास है जिन्दगी,।                                                                           कभी धुप तो कभी छाँव है जिंदगी,  कभी ज़िन्दगी पहेली है कभी लगती सहेली है, कभी उपहार तो कभी बहार है जिन्दगी, ।

किसी ने न समझा की क्या है जिन्दगी,  कभी इम्तिहान तो कभी आसान है जिन्दगी, खट्टी मीठी यादों से गुलज़ार है जिन्दगी, किसी ने न जाना की क्या है ज़िन्दगी आस पास है फिर भी एहसास है जिन्दगी।।

64 thoughts on “आस पास है फिर भी एक एहसास है जिन्दगी…..

  1. आपने जिंदगी के बारे में बहुत ही सुंदर विचार रखे हैं। सच हैं जिंदगी बहुत से पल और अनुभव देती हैं बस नजरिये की बात हैं कि हम इसे किस नजरिये से देखकर क्या अनुभव करते हैं।

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